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सोमवार, 5 जुलाई 2021

आप झूठे सामाजिक है। वह सामजिकता किस काम की जो आपके समाज के व्यक्तियों की समस्याएं कम न कर सके::अशोकबिन्दु

 एक समस्या है दहेज व शादी में लाखों का खर्च!!

हम तो कहेंगे कि इस पर टैक्स लगना चाहिए।




दहेज!! 


"किसी विद्वान ने कहा है आज कल 80 प्रतिशत शादियां अवैध हैं।क्योकिं शादी तय करते वक्त कुछ और देखा जाता है और शादी के बाद कुछ और?!"#अशोकबिन्दु 


 विवाह एक संस्कार है जो पांच हजार में भी हो जाता है।समस्या क्या है?समस्या भौतिक आयामों पर है।मानवता, पवित्रता, अपने अनुकूल सम्बन्ध स्थापना आदि की नजर में कोई समस्या नहीं है। किसी परिवार में कोई कन्या है।उसके विवाह संस्कार में कोई समस्या नहीं होती।समस्या है तो किस हमारे नजरिया या रिश्तों के बीच महत्वता को नजरअंदाज करने से है। हम रिश्तों को तय करते वक्त भौतिक मूल्य देखते हैं,मानवीय मूल्य नहीं। यही होता है,शादी हो जाने के बाद वे शर्तें खत्म नहीं हो जाती जो शादी तय करते वक्त, शादी होते वक्त तय की गई थी लेकिन तब भी रिश्तों में खटास है।इसका मतलब है, वह शादी ही अवैध है। #सामजिकताकेदंश!! www.ashokbindu.blogspot.com

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