Powered By Blogger

मंगलवार, 14 अप्रैल 2020

जनतंत्र में जनता दोषी या इसकी जिम्मेदारी:::अशोकबिन्दु भईया

जनतंत्र में जनता ही दोषी???अशोकबिन्दु भइया का आगाज!!

https://www.facebook.com/groups/1667794450149675/permalink/2477220545873724/



हम सोचते हैं कि देश में यदि मुसलमान न होते तो क्या आज आर एस एस व उसके संगठन होते?हम पांच साल आर एस एस से सम्बद्ध रहे।हमने वहां हिंदुओं की समस्याओं से निपटने के बारे में जज्बा सिर्फ मुसलमान के बदले में देखा।उन्हें हमने जाति व्यवस्था के खिलाफ़, नशाबन्दी आंदोलन, खाद्यमिलावट की खिलाफत आंदोलन, जनता की वर्तमान समस्याओं जैसे सड़क व्यवस्था, महंगी शिक्षा, महंगा इलाज, फर्जी दहेज प्रकरण, वी आई पी कल्चर, अन्याय व्यवस्था, नेताओं की थाना राजनीति आदि का विरोध करते नहीं देखा।
वर्तमान में देश को क्या चाहिए?
@महंगी शिक्षा का विरोध
@मंहगे इलाज का विरोध
@खाद्यमिलावट का विरोध
@नशा बन्दी
@सामन्त वाद का विरोध अर्थात हर क्षेत्र में एक दो जाति, नेताओं के समीपवर्तीयों की मनमानी, गाँव/वार्ड  के दबंग, जातिबल,माफिया आदि को किसी न किसी नेता का आश्रय का विरोध
@मुसलमानों/सवर्णों /अन्य बहुसंख्यकों के बीच कम आबादी वालों के सम्मान/स्वभिमान आदि के लिए कानून का निर्माण हेतु समर्थन/भीड़ हिंसा का विरोध
 @ किसी के अन्याय, शोषण आदि की सूचना पर किसी नेता, जातिबल आदि के दबाव, समझौता आदि का बिरोध व दोनों पक्षो व दोनों पक्षों का नार्को परीक्षण, ब्रेन मेपिंग आदि करवाना व न्यायव्यवस्था को पारदर्शी व स्वस्थ बनाना।
@कानूनी हिसाब से चलने वालों का संरक्षण।उनका विरोध करने वालों/हिंसा मनमानी करने वालों पर कार्यवाही
@ईमानदार कर्मचारियों/अधिकारियो आदि की कार्यशैली/नेताओं के हस्तक्षेप को स्वीकार करना आदि का विरोध करने वाले नेताओं, ट्रांसफर चाहने वाले नेताओं आदि पर कार्यवाही का कानून समर्थन।जैसे कि जनता विजय किरण को तो चाहती थी लेकिन नेता नहीं।ऐसे में उनका ट्रांसफर लोकतंत्र पर एक कलंक! @मतदाता जगरण अभियान के साथ साथ प्रत्याशी जागरण अभियान भी का समर्थन
@क्षेत्र की विविध प्रतिभाओं के उत्थान के कार्यक्रम व सहयोग
@गांव/नगर में निःशुल्क कोचिंग व पुस्तकालय व्यवस्था
@नगर व गांव में तीन दिवसीय वर्ष में एक बार नगर/गांव महोत्सव का अयोजन
@प्रत्येक मकान को विभिन्न सरकारी योजनाओं से डायरेक्ट जोड़ना।
@प्रत्येक वार्ड/गांव में ऑक्सीजन बार/हेल्थ क्लब /अस्पताल खुलना व सभी विभागों का एक एक प्रतिनिधि होना या बहुद्देशीय कर्मी की नियुक्ति
@गांव व शहर में वार्ड सेवक की नियुक्ति ताकि व डोर टू डोर सेवाओं में सहयोग कर सके।
@वार्ड व गांव स्तर पर गुप्त रूप से विभिन्न चुनावों हेतु प्रत्याशी चयन की प्रक्रिया जिनमे से ही फिर चुने व्यक्ति को विभिन्न दलों का प्रत्याशी बनाया जाना।
@अन्य
लेकिन जनता भी भ्रष्ट रास्ते पर ।जन तन्त्र में जनता ही मालिक होती है लेकिन मूर्ख जनता को कौन बताए?जनता यदि ये चाहे तो अपना देश महान हो जाए।जाति तोड़ो समाज जोड़ो!!!बसुधैव कुटुम्बकम!!जय सम्विधान!!!


अशोक कुमार वर्मा 'बिंदु'

www.ashokbindu.blogspot.com

कोई टिप्पणी नहीं: