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रविवार, 23 अगस्त 2020

व्यक्ति की समझ के स्तर/हम तुम्हें क्या समझें::अशोकबिन्दु


 तुम अपने को क्या समझते हो, तुम जानो।

तुम अमीर होंगे अपने लिए। जन्मजात उच्च होंगे अपने लिए।

विधायक,मेयर, सांसद आदि होंगे अपने लिए। 100 बीघा जमीन के जोता होंगे, तो अपने लिए।संस्था के प्रमुख होंगे तो अपने लिए।


हमारे लिए क्या हो? हमारी नजर में  तुम्हारी क्या औकात है?

तुम हमारे विचारों ,भावनाओं को पोषित करते हो कि नहीं।हमारे लिए ये महत्वपूर्ण है।


सुदामा गरीब था।मुश्किल से परिवार का जीवन यापन होता था। राजा होगा तो अपने लिए होगा।हम उसके बड़प्पन में गान  कैसे कर सकते हैं?सुदामा बोलता है। सुदामा राजा के दरबार जो गाता है,वह सत्य गाता है।सत्य से वह कैसे मुकुर सकता है?भक्ति का मतलब क्या है?  ये वक्त है ,गुजर ही जायेगा।


 दुनिया में सब अपने अपने रोल कर रहे हैं। लेकिन इसके पीछे असलियत क्या है?



इस हाड़ मास शरीर की असलियत क्या है?हिन्दू .......मूसलमान........ब्राह्मण..............शूद्र.............आदि?अंदर आत्मा है।उसकी असलियत क्या है? 



इस धरती पर पहला अधिकार किसका है?जो भी दिख रहा है सब प्रकृति है।प्रकृति व ब्रह्मांड के अभियान में तुम्हारी व्यवस्था व कृत्रिमता का रोल क्या है?भूमिका क्या है? 

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