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रविवार, 23 अगस्त 2020

अशोकबिन्दु:दैट इज..?!पार्ट 13

 मीरानपुर कटरा आना,रहना।मकान बनवाना।सब हालात हैं।हालात थे।

जैसे तैसे पेट काट कर,दिल काट कर,दिमाग काट कर जीवन यापन व मकान बनवाना।


मालिक की मर्जी!पूर्व सस्कार!! भाग्य अर्थात हमारे पूर्व कर्मो 

का फल। दाजी जी कहते हैं-हम स्वयं अपने नियति का निर्माण करते हैं।



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