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शनिवार, 1 अगस्त 2020

आखिर राजनीति का मतलब क्या है?विभिन्न चुनाव में प्रत्याशी होने का मतलब क्या :::अशोकबिन्दु

01(क):-लोकतंत्र को सफल बनाने के लिए स्वतंत्र निर्वाचन क्यों आवश्यक है?
उत्तर:: लोकतन्त्र  का पहला आवश्यक आधार स्तम्भ है-स्वतन्त्र और निष्पक्ष चुनाव। जिसके लिए चुनाव आयोग व्यवस्था करता है। देश के अंदर प्रत्येक नागरिक जाति, धर्म, मजहब, भाषा, क्षेत्र आदि में बंटा हुआ है।देश के तन्त्र में वैसे भी निरपेक्ष व्यक्तियों, संविधान प्रेमियों के लिए कोई स्थान नहीं नहीं है।प्रत्येक दल व प्रत्याशी  के लिए चारो ओर क्षेत्र के जातिवादी, मजहबी, माफिया, दबंग, थाना राजनीति आदि सक्रिय रहती है। लोकतांत्रिक व्यवस्था में जनता अपने प्रतिनिधियों को चुनकर संसद भेजती है यह स्वतंत्र निर्वाचन व्यवस्था द्वारा ही संभव है यदि निर्वाचन पर किसी व्यक्ति संस्था या पार्टी का दवा हो तो सही प्रतिनिधि का चुनाव संभव नहीं हो पाएगा।



01(ख)::-संचार माध्यम या मीडिया से आप क्या समझते हैं इससे जनता को क्या लाभ होता है?
उत्तर:: मीडिया अंग्रेजी के मीडियम शब्द का बहुवचन है जिसका अर्थ है माध्यम जब कोई सूचना देश विदेश के जनसमूह तक संचार माध्यमों द्वारा पहुंचती है तो उसे जनसंचार माध्यम या मास मीडिया कहते हैं ।


इनसे जनता को निम्नलिखित लाभ हैं:-
 इसके द्वारा जनता को केंद्र राज्य सरकार एवं स्थानीय सरकार के निर्णय एवं नीतियों की जानकारी होती है।

 सरकार एवं उससे संबंधित संस्थाओं के कार्यों की जानकारी होती है।

 जनता अपनी बातें सरकार तक पहुंचाने का सशक्त साधन है।



01(ग)::- संसद, विधानसभा अथवा ग्राम पंचायत के लिए प्रतिनिधि चुनते समय तुम किन बातों का ध्यान रखोगे?

उत्तर:: विभिन्न चुनाव में जो भी प्रत्याशी खड़े होते हैं उनमें से कोई भी जातिवाद, मजहबवाद, खाद्य मिलावट ,नशा व्यापार, महंगी शिक्षा ,महंगा इलाज,बेरोजगारी, माफियागिरी आदि के खिलाफ देश का वातावरण बना कर देश सभी के हित सेवा भाव नहीं रखता।


हम अपना प्रतिनिधि चुनते समय इस बात का ध्यान देंगे कि जो भी चुनकर आए वह थाना की राजनीति न करें ।

वह किसी के साथ पक्षपात न करें उसमें सेवा भाव हो ।

वह शिक्षित एवं संविधान प्रेमी हो।

 वह समझौतावादी राजनीति न करके लोगों को न्याय दिलाएं।

 जनता के बीच शोषण रोके।

 सरकारी योजनाओं का ईमानदारी से पालन कराए ।

क्षेत्र की प्रतिभाओं के विकास के लिए प्रोत्साहन दे।




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