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शुक्रवार, 1 फ़रवरी 2013

देश जाति विरोधी विधेयक की माँग कब करेगा ?

देश की जनता आखिर जाति विरोधी अभियान के प्रति रुचि क्योँ नहीँ रखती?क्या
वह जाति व्यवस्था को बनाये रखने मेँ ही अच्छाई समझती है?हमेँ तो यही लगता
है कि देश की 98प्रतिशत से भी ऊपर जनता जाति व्यवस्था से ही चिपके रहना
चाहती है ?यदि ऐसा है तो मैँ देश की जनता को अज्ञानी ,अधार्मिक
,अनिश्वरवादी,अध्यात्महीन,कूपमण्डूक आदि मानता हूँ .किसी को बुरा लगे तो
क्षमा करना.ईश्वर,चेतना ,प्रकृति आदि की नजर मेँ हमसब एक हैँ.प्रकृति या
फिर ब्रह्म का अंश .आत्मा व शरीर की कोई जाति नहीँ.


जो भी हो देश को जाति विरोधी विधेयक की जरुरत है .मेरे इन विचारोँ पर
प्रतिक्रिया अवश्य देँ .facebookपर जा कर jaati virodhi abhiyan से सर्च
कर हम से जुड़ेँ.

--
संस्थापक <
manavatahitaysevasamiti,u.p.>

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