(मानवता प्रकृति व सार्वभौमिक ज्ञान पर समाजिकता का दबाव व चोट!)
एक फाइल से प्राप्त पुरानी यादें/निशां!!
"एक दिन हम इस जहां से गुजर जाएंगे,
मगर निशां अपने यहां छोंड़ जाएंगे। #अशोकबिन्दु
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