एक दिन हम एक पत्रकार के साथ डीएम के आवास पर थे।बात10 साल से पहले की है।
"नाराज न होना, सा'ब नौकरी किस लिए कर रहे हो?"
हम जो लिख रहे हैं उससे तुम नाराज क्यों हो? हम तो अपनी अभिव्यक्ति कर रहे हैं।
हमारे लिखने का उद्देश्य तुम्हारी आलोचना या बुराई नहीं नही है। अपने विचारों को व्यक्त करना है।अपनी अंतर्दशा को व्यक्त करना है।
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