दुनिया में जो भी विकसित देश हैं, वहां राजकीय कार्य एक ही भाषा में होते हैं। अतिरिक्त भाषाएं ज्ञान हेतु अध्ययन कराई जाती हैं। विश्व मे हिंदी का प्रचार तेजी से बड़ा है लेकिन भारत के अंदर एक मातृ भाषा के रूप में हिंदी की क्या दशा है?
हम हिंदी अंकों का प्रयोग गाङियों के नम्बर प्लेट में नहीं कर सकते। अन्यत्र भी हिंदी अभी भी दो नम्बर तक सीमित है।
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