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मंगलवार, 4 मई 2021

धागे का उलझ जाना ::जीवन की डोर!!


 दुःख व रोग बीच इंसान !

कल एक व्यक्ति मिले! वे मन से भी दुःख व रोग में घिरे दिखे।

मानव किसकी शरण में है?

उत्तरकाण्ड, रामचरितमानस में कहा गया है कि मनुष्य के दुःख व रोग का कारण उसकी कामनाएं हैं।



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