मीरानपुर कटरा आना,रहना।मकान बनवाना।सब हालात हैं।हालात थे।
जैसे तैसे पेट काट कर,दिल काट कर,दिमाग काट कर जीवन यापन व मकान बनवाना।
मालिक की मर्जी!पूर्व सस्कार!! भाग्य अर्थात हमारे पूर्व कर्मो
का फल। दाजी जी कहते हैं-हम स्वयं अपने नियति का निर्माण करते हैं।
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