वर्तमान सामाजिकता किस काम की?
वर्तमान सामाजिकता के पास किसी समस्या का निदान नहीं है.वह मानवता का भला नहीं कर सकती. उसके पास किसी समस्या का समाधान नहीं है.इससे बेहतर है, संविधान. संविधान किसी दलित को राष्ट्रपति बना सकता है लेकिन समाज का धर्म किसी दलित को मंदिर का पुजारी नहीं.वर्तमान सामाजिकता जातिवाद का विरोध नहीं कर सकती,दहेज प्रथा की समस्या मिटा नहीं सकती आदि आदि...
वर्तमान सामाजिकता के पास किसी समस्या का निदान नहीं है.वह मानवता का भला नहीं कर सकती. उसके पास किसी समस्या का समाधान नहीं है.इससे बेहतर है, संविधान. संविधान किसी दलित को राष्ट्रपति बना सकता है लेकिन समाज का धर्म किसी दलित को मंदिर का पुजारी नहीं.वर्तमान सामाजिकता जातिवाद का विरोध नहीं कर सकती,दहेज प्रथा की समस्या मिटा नहीं सकती आदि आदि...
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