पुलिस और प्रशासनिक अव्यवस्थाओँ के कारण भारत तिब्बत सीमा पुलिस मेँ भर्ती होने आए अभ्यार्थियोँ ने जमकर लूटपाट,आगजनी व पुलिस के साथ गोरिल्ला युद्ध किया.डीआईजी आईटीवीपी आर एस नेगी के अनुसार यूपी पुलिस की अव्यवस्थाओँ के चलते ऐसा हुआ उन्होने किसी भी प्रकार की बाहर से आए छात्रोँ के ठहरने की व्यवस्था नहीँ की.जिसके कारण इतना बड़ा उपद्रव हुआ है.हम केवल अपने क्षेत्र तक सीमित है.डीआईजी प्रकाश डी के अनुसार भारतीय तिब्बत सीम पुलिस ने भर्ती करने से पहले विभिन्न प्रान्तोँ से आए छात्रोँ के लिए किसी भी प्रकार की व्यवस्था नहीँ की थी.दो लाख से भी ज्यादा अभ्यार्थियोँ के भर्ती होने आए इन पर भारतीय तिब्बत पुलिस ने इन पर जम कर लाठियां भांजी जिसके कारण छात्रोँ ने उपद्रव किया.
जो भी हो मेरा ध्यान तो भीड़ की प्रवृत्तियोँ व युवकोँ की अनुशासनहीन संस्कारहीन प्रवृत्तियोँ पर जाता है.चारोँ तरफ लाखोँ की संख्या मेँ भर्ती होने आए छात्रोँ ने नगर मेँ ही नहीँ आस पड़ोस के गांवोँ मेँ जाकर तक लूटपाट व मारपीट की,खेतोँ को उजाड़ा.किसी ने कहा है कि व्यक्ति की परीक्षा असाधारण स्थितियोँ मेँ होती है.
हिमगिरी ट्रेन पे जो मारे गये ,मौके पर मौजूद व्यक्तियोँ के मुताबिक मरने वालोँ की संख्या कम से कम पचास थी.आखिर ट्रेन मेँ जगह न होने के बाबजूद अभ्यार्थी ट्रेन के छत पर क्योँ बैठे? ट्रेन से क्योँ लटके?
अभ्यार्थियोँ का कहना था कि पुलिस हम लोगोँ को खदेड़ रही थी.पुलिस क्योँ खदेड़ रही थी ? कारण इसका अभ्यार्थियोँ की अनुशासनहीनता,लूटपाट,रोडवेज ड्राइवरोँ कन्डक्टरोँ आदि से निशुल्क यात्रा करने पर झगड़ा व मारपीट'
आदि.ऐसे मेँ क्या आतंकवादी,नक्सलवादी,आदि मौके का फायदा नहीँ उठा सकते क्या?
धन्य, भारत का भविष्य! धन्य भारत की भीड़!
अशोक कुमार वर्मा'बिन्दु'
ए बी वी इण्टर कालेज,
मीरानपुर कटरा,
शाहजहाँपुर , उप्र.
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