मंगलवार, 22 मार्च 2022

समाज...?!समाज तो कायर है!::अशोकबिन्दु

 "समाज तो कायर है वह दहेज प्रथा, जातिवाद आदि के खिलाफ बगावत की हमें प्रेरणा नहीं दे सकता।"


सुबह - सुबह जब हम विद्यालय पहुंचे तो शिक्षक ने ओबीसी, पिछड़ा आदि की बात छेंड़ दी।हमने देखा है कि यह तथाकथित ब्राह्मण या पंडित या जन्मजात व्यवस्था आधारित जातिव्यवस्था के हिमायती कैसे कैसे जाति सूचक शब्दों का इस्तेमाल करते हैं?


बात आगे बड़ी,हमने कहा कि हम जाति व्यवस्था को नहीं मानते।

हम अपने जीवन में अनुभव करते हैं कि जाति वादी शब्दों, वाक्यों का इस्तेमाल कौन करता है?!

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